वैश्वीकरण और विश्व अर्थव्यवस्था का निर्माण10th Class Hindi - full story

 वैश्वीकरण और विश्व अर्थव्यवस्था का निर्माण10th Class Hindi - full story


वैश्वीकरण और विश्व अर्थव्यवस्था का निर्माण10th Class Hindi - full story


अध्याय – वैश्वीकरण और विश्व अर्थव्यवस्था का निर्माण (Globalisation and the Creation of World Economy)

पूरी कहानी / विस्तृत सारांश

⭐ परिचय : वैश्वीकरण क्या है?

वैश्वीकरण का मतलब है दुनिया के देशों का आपस में जुड़ना, जैसे व्यापार, संचार, संस्कृति और सेवाओं का आदान-प्रदान बढ़ना।

आज एक देश में बना सामान आसानी से दूसरे देशों में बिक जाता है। इंटरनेट, तेज परिवहन और बड़ी कंपनियों ने इस प्रक्रिया को और तेज किया है।

⭐ विश्व अर्थव्यवस्था कैसे बनी? – ऐतिहासिक विकास

1. प्राचीन समय से व्यापार

बहुत पहले से ही देशों के बीच वस्तुओं का व्यापार होता था।

उदाहरण:

भारत से मसाले, कपड़ा, सूती वस्त्र

चीन से रेशम

अफ्रीका से दाँत, सोना

यह व्यापार समुद्री और स्थलीय मार्गों से होता था।

2. औपनिवेशिक काल (Colonial Period) – यूरोपीय देशों का विस्तार

15वीं–16वीं शताब्दी में यूरोप के देश (ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्पेन, फ्रांस) नए बाज़ार और संसाधनों की तलाश में एशिया और अफ्रीका पहुंचे।

इसके कारण:

कई देशों पर उपनिवेश बनाए गए

भारत जैसे देशों से कच्चा माल यूरोप भेजा जाता था

वहीं से तैयार माल भारत बेचकर मोटा मुनाफ़ा कमाया जाता था

यहीं से विश्व अर्थव्यवस्था का पहला बड़ा ढांचा बना।

3. औद्योगिक क्रांति (Industrial Revolution) का प्रभाव

18वीं शताब्दी की औद्योगिक क्रांति के बाद उत्पादन बहुत बढ़ गया।

अब यूरोपीय देशों को:

ज्यादा कच्चे माल की जरूरत

अपने माल के लिए नए बाज़ार

औद्योगिक क्रांति ने दुनिया के देशों को आर्थिक रूप से और अधिक जोड़ा।

⭐ 20वीं शताब्दी की अर्थव्यवस्था

1. प्रथम विश्व युद्ध का प्रभाव

युद्ध से व्यापार प्रभावित हुआ और कई देशों की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई।

2. महामंदी (Great Depression – 1929)

पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई।

उत्पादन घटा, बेरोजगारी बढ़ी, व्यापार लगभग रुक गया।

3. द्वितीय विश्व युद्ध और पुनर्निर्माण

युद्ध के बाद दुनिया ने नई आर्थिक संस्थाएँ बनाईं:

IMF

विश्व बैंक

इन संस्थानों ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाने में मदद की।

⭐ आज का वैश्वीकरण – कैसे काम करता है?

1. MNCs (बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ)

आज की वैश्वीकरण प्रक्रिया को मल्टीनेशनल कंपनियाँ चलाती हैं।

ये कंपनियाँ अलग–अलग देशों में:

उत्पादन करती हैं

कच्चा माल खरीदती हैं

मजदूर रखती हैं

अपने उत्पाद दुनिया भर में बेचती हैं

उदाहरण:

Nike, Pepsi, Samsung, Tata, Reliance

2. तकनीक का विकास

इंटरनेट

मोबाइल

तेज परिवहन

कंप्यूटर

इन सबने दुनियाभर को एक-दूसरे से जोड़ दिया।

3. व्यापार का उदारीकरण (Liberalisation)


भारत ने 1991 में अपनी अर्थव्यवस्था को विदेशी निवेश के लिए खोला।

इससे:

विदेशी कंपनियाँ भारत आईं

प्रतियोगिता बढ़ी

उपभोक्ताओं को सस्ते और बेहतर उत्पाद मिले

⭐ वैश्वीकरण के फायदे

सस्ते और अधिक विकल्प वाले उत्पाद

रोजगार के नए अवसर

तकनीक का विकास

अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ा

⭐ वैश्वीकरण के नुकसान

छोटे उद्योग बंद होने का खतरा

किसानों पर दबाव

मजदूरों का शोषण

देशों की संस्कृति पर बाहरी प्रभाव

⭐ भारत में वैश्वीकरण का प्रभाव

IT सेक्टर मजबूत हुआ

मोबाइल और इंटरनेट सस्ते हुए

बड़े उद्योगों का विस्तार

विदेशी निवेश बढ़ा

छोटे व्यवसायों को प्रतियोगिता का सामना🌍 अध्याय का सारांश (Summary in Hindi)

वैश्वीकरण का अर्थ है देशों का आपस में जुड़ना और वस्तुओं, सेवाओं, जानकारी व तकनीक का वैश्विक स्तर पर आदान–प्रदान। प्राचीन काल से ही देशों के बीच व्यापार होता रहा है, परन्तु औद्योगिक क्रांति के बाद यह संबंध और अधिक मजबूत हुए। यूरोप के देशों ने उपनिवेश बनाकर दुनिया के कई हिस्सों को अपनी अर्थव्यवस्था से जोड़ दिया।

20वीं शताब्दी में दो विश्व युद्धों और महामंदी से वैश्विक अर्थव्यवस्था गहराई से प्रभावित हुई। युद्धों के बाद IMF और विश्व बैंक जैसी संस्थाएँ बनीं, जिन्होंने विश्व अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में भूमिका निभाई। आधुनिक वैश्वीकरण की मुख्य चालक शक्तियाँ MNCs, तकनीकी विकास और उदारीकरण की नीतियाँ हैं। भारत ने 1991 में अपनी अर्थव्यवस्था को विदेशी निवेश के लिए खोला, जिससे रोजगार, तकनीक और व्यापार को बढ़ावा मिला, पर छोटे उद्योगों के लिए प्रतियोगिता बढ़ी।

वैश्वीकरण के फायदे और नुकसान दोनों हैं, इसलिए इसे संतुलित तरीके से अपनाना आवश्यक है।

✅ महत्वपूर्ण प्रश्न–उत्तर (Very Important Q&A)

1. वैश्वीकरण क्या है?

उत्तर:

जब दुनिया के देश व्यापार, निवेश, सूचना और संस्कृति के माध्यम से आपस में जुड़ते हैं, तो उसे वैश्वीकरण कहते हैं।

2. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ (MNCs) क्या हैं?

उत्तर:

वे कंपनियाँ जो एक से अधिक देशों में उत्पादन, व्यापार या निवेश करती हैं, MNCs कहलाती हैं।

जैसे – सैमसंग, नाइक, कोका-कोला, टाटा आदि।

3. उदारीकरण (Liberalisation) से क्या मतलब है?

उत्तर:

जब सरकार व्यापार और उद्योग पर लगाई गई रोक, नियम और प्रतिबंध हटाती है और निजी व विदेशी कंपनियों को बाज़ार में प्रवेश की अनुमति देती है, उसे उदारीकरण कहते हैं।

4. वैश्वीकरण के दो फायदे लिखिए।

उत्तर:

उपभोक्ताओं को सस्ते और अच्छे उत्पाद मिलते हैं।

तकनीकी विकास और रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।

5. वैश्वीकरण के दो नुकसान लिखिए।

उत्तर:

छोटे उद्योग बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाते।

मजदूरों का शोषण और असमानता बढ़ती है।

6. भारत में 1991 के आर्थिक सुधार क्यों किए गए?

उत्तर:

1991 में भारत की अर्थव्यवस्था संकट में थी—विदेशी मुद्रा की कमी, महंगाई, कर्ज़ बढ़ना।

इसे सुधारने के लिए उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियाँ लागू की गईं।

7. वैश्वीकरण को बढ़ावा देने में तकनीक की क्या भूमिका है?

उत्तर:

तकनीक (इंटरनेट, मोबाइल, कंप्यूटर, तेज परिवहन) ने देशों को जोड़ दिया। जानकारी, निवेश, व्यापार और सेवाएँ तेज़ी से एक देश से दूसरे देश पहुँचने लगीं।

📝 लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)

1. विदेशी व्यापार वैश्वीकरण को कैसे बढ़ाता है?

उत्तर:

विदेशी व्यापार देशों को जोड़ता है, एक देश का माल दूसरे देश में बिकता है और कंपनियाँ अन्य देशों में निवेश करती हैं। इससे वैश्विक बाजार का निर्माण होता है।

2. IMF और विश्व बैंक का मुख्य कार्य क्या है?

उत्तर:

ये अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ आर्थिक संकट में देशों को कर्ज़ और सहायता प्रदान करती हैं तथा विश्व व्यापार और स्थिरता को बढ़ावा देती हैं।

3. उपनिवेशवाद का विश्व अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर:

यूरोपीय देशों ने एशिया, अफ्रीका और अमेरिका को अपनी अर्थव्यवस्था से जोड़ लिया, कच्चा माल सस्ते में लिया और अपने उत्पाद वहाँ महँगे दामों पर बेचे। इससे वैश्विक व्यापार का एक ढांचा बना।

4. MNCs विकासशील देशों में क्यों निवेश करती हैं?

उत्तर:

क्योंकि यहाँ सस्ता श्रम, बड़े बाजार, जमीन और संसाधन आसानी से उपलब्ध होते हैं।

5. वैश्वीकरण का किसानों पर प्रभाव लिखिए।

उत्तर:

किसानों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। कई बार विदेशी कंपनियाँ अपना प्रभुत्व बढ़ा लेती हैं, जिससे छोटे किसान प्रभावित होते हैं।

🧾 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Questions)

1. वैश्वीकरण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।

उत्तर:

वैश्वीकरण देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों का विस्तार है। यह प्रक्रिया प्राचीन व्यापार मार्गों से शुरू हुई, फिर औद्योगिक क्रांति के बाद तेज हुई। 20वीं शताब्दी में तकनीकी विकास, इंटरनेट, परिवहन और संचार ने इसे और तेज कर दिया। MNCs ने उत्पादन को विभिन्न देशों में बाँट दिया, जिससे दुनिया एक ‘वैश्विक बाज़ार’ बन गई। उदारीकरण की नीतियों और WTO जैसी संस्थाओं ने भी इसे बढ़ावा दिया। आज वैश्वीकरण से उत्पाद, तकनीक, शिक्षा, रोजगार—सब पर महत्वपूर्ण असर पड़ता है।

2. भारत में वैश्वीकरण का क्या प्रभाव पड़ा? विस्तृत में लिखिए।

उत्तर:

भारत ने 1991 में आर्थिक सुधार किए, जिससे देश ने वैश्विक बाजार के लिए दरवाजे खोल दिए।

इन सुधारों के बाद:

विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ा।

मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी जैसे उत्पाद सस्ते हुए।

IT और सेवा क्षेत्र तेजी से बढ़ा।

रोजगार के नए अवसर बने।

उपभोक्ताओं को विकल्पों की भरमार मिली।

लेकिन इसके साथ नुकसान भी हुए—छोटे उद्योग प्रभावित हुए, किसानों पर दबाव बढ़ा, और आर्थिक असमानता में भी वृद्धि हुई। कुल मिलाकर वैश्वीकरण ने भारत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाया, लेकिन चुनौतियाँ भी सामने आईं।

3. वैश्वीकरण के लाभ और हानियाँ अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर:

लाभ:

सस्ते और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद

तकनीकी उन्नति

रोजगार के अवसर

अंतरराष्ट्रीय व्यापार का विस्तार

जीवन स्तर में सुधार

हानियाँ:

छोटे उद्योगों को नुकसान

मजदूरों के लिए कम वेतन और अधिक काम

संस्कृति पर विदेशी प्रभाव

किसानों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा🎯 MCQ (बहुविकल्पीय प्रश्न)

1. वैश्वीकरण का मुख्य उद्देश्य क्या है?

A. देशों का अलग-अलग रहना

B. देशों का आर्थिक रूप से जुड़ना

C. युद्ध बढ़ाना

D. केवल आयात बढ़ाना

उत्तर: B

2. MNC का पूरा नाम है—

A. मल्टी नैशनल कॉमर्स

B. मल्टी नेशनल कंपनी

C. मिक्स्ड नेशनल कमीशन

D. मल्टी नेशनल कॉरपोरेशन

उत्तर: D

3. भारत ने उदारीकरण की नीति किस वर्ष लागू की?

A. 1980

B. 1991

C. 2000

D. 1975

उत्तर: B

4. आधुनिक वैश्वीकरण की सबसे बड़ी शक्ति है—

A. किसान

B. मजदूर

C. तकनीक

D. सोशल मीडिया

उत्तर: C

5. विश्व व्यापार संगठन (WTO) का गठन कब हुआ?

A. 1995

B. 1950

C. 1985

D. 2000

उत्तर: A

6. कौन-सा क्षेत्र वैश्वीकरण से सबसे तेज बढ़ा है?

A. कृषि

B. IT और सेवा क्षेत्र

C. कोयला उद्योग

D. हथियार उद्योग

उत्तर: B

7. भारत में विदेशी निवेश क्यों बढ़ा?

A. क्योंकि कीमतें कम थीं

B. क्योंकि भारत ने बाज़ार खोले

C. क्योंकि भारत समुद्र के पास है

D. क्योंकि भारत गरीब देश है

उत्तर: B

8. वैश्वीकरण ने उपभोक्ताओं को क्या दिया?

A. महंगे उत्पाद

B. कम विकल्प

C. सस्ते और बेहतर उत्पाद

D. घरेलू उद्योगों का बंद होना

उत्तर: C

9. “महामंदी” किस वर्ष शुरू हुई थी?

A. 1929

B. 1914

C. 1939

D. 1945

उत्तर: A

10. MNCs विकासशील देशों में क्यों जाती हैं?

A. महंगा श्रम

B. सस्ती जमीन और श्रम

C. कम जनसंख्या

D. सख्त नियम

उत्तर: B

📝 एक शब्द वाले प्रश्न (One-Word Questions)

वैश्वीकरण का मुख्य चालक → तकनीक

1991 का प्रमुख आर्थिक कार्यक्रम → उदारीकरण

दुनिया की प्रमुख व्यापार संस्था → WTO

एक देश में बनने वाला माल दूसरे में बेचने की प्रक्रिया → विदेशी व्यापार

कई देशों में काम करने वाली कंपनी → MNC

परिवहन की सबसे तेज तकनीक → विमानन

अंतरराष्ट्रीय ऋण देने वाली संस्था → विश्व बैंक

मुद्रा संकट से निपटने वाली संस्था → IMF

18वीं शताब्दी में हुई बड़ी परिवर्तनकारी घटना → औद्योगिक क्रांति

जहां उत्पादन कई देशों में बँटा हो → वैश्विक उत्पादन

1. वैश्वीकरण (Globalisation)

दुनिया के देशों का आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे से जुड़ने की प्रक्रिया वैश्वीकरण कहलाती है।

2. बहुराष्ट्रीय कंपनी (MNC)

ऐसी कंपनी जो एक से अधिक देशों में उत्पादन, व्यापार या निवेश करती है, उसे बहुराष्ट्रीय कंपनी कहते हैं।

3. उदारीकरण (Liberalisation)

सरकार द्वारा व्यापार और उद्योग पर लगे प्रतिबंधों को हटाकर निजी और विदेशी कंपनियों को अधिक स्वतंत्रता देना उदारीकरण है।

4. विदेशी व्यापार (Foreign Trade)

जब एक देश का माल और सेवाएँ दूसरे देश में बेची या खरीदी जाती हैं, तो इसे विदेशी व्यापार कहा जाता है।

5. WTO (World Trade Organization)

यह विश्व स्तर पर व्यापार के नियम बनाता है और देशों के बीच निष्पक्ष व्यापार को बढ़ावा देता है।

📚 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर (Short & Long Answers)

1. वैश्वीकरण के लाभ लिखिए।

उत्तर:

उपभोक्ताओं को सस्ते और अच्छे उत्पाद मिलते हैं।

तकनीकी विकास तेज होता है।

रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।

दुनिया के देशों के बीच व्यापार मजबूत होता है।

शिक्षा और सूचना का तेजी से प्रसार होता है।

2. वैश्वीकरण के नुकसान लिखिए।

उत्तर:

छोटे उद्योग बड़ी कंपनियों से हार जाते हैं।

मजदरों का वेतन कम और काम अधिक होता है।

विदेशी संस्कृति का प्रभाव बढ़ता है।

किसानों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।

आर्थिक असमानता बढ़ती है।

3. MNCs विकासशील देशों में क्यों निवेश करती हैं?

उत्तर:

यहाँ सस्ता श्रम उपलब्ध है।

बड़ा उपभोक्ता बाजार है।

जमीन और संसाधन आसानी से मिलते हैं।

सरकारें विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करती हैं।

4. भारत में 1991 के आर्थिक सुधार क्यों किए गए?

उत्तर:

1991 में भारत गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा था। विदेशी मुद्रा खत्म हो रही थी, महंगाई बढ़ गई थी और सरकार पर भारी कर्ज़ था। इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए भारत ने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) की नीतियाँ अपनाईं।

5. तकनीक ने वैश्वीकरण को कैसे बढ़ावा दिया?

उत्तर:

इंटरनेट और मोबाइल ने दुनिया को जोड़ दिया।

परिवहन तेज होने से व्यापार आसान हुआ।

कंपनियाँ कई देशों में उत्पादन कर सकती हैं।

जानकारी और निवेश का आदान-प्रदान बहुत तेज हो गया है


1. वैश्वीकरण का मुख्य अर्थ है—

A. देशों का अलग रहना

B. देशों का जुड़ना

C. युद्ध बढ़ना

D. केवल निर्यात बढ़ना

उत्तर: B

2. MNC का पूरा नाम है—

A. मल्टी नेशनल कॉरपोरेशन

B. मल्टी नैशनल कमेटी

C. मल्टी नैशनल सेंटर

D. मल्टी नेशनल कम्युनिकेशन

उत्तर: A

3. भारत में उदारीकरण कब लागू हुआ?

A. 1990

B. 1991

C. 1995

D. 1989

उत्तर: B

4. WTO कीपना कब हुई?

A. 1945

B. 1995

C. 1980

D. 2000

उत्तर: B

5. वैश्वीकरण को बढ़ाने में सबसे अधिक भूमिका किसकी है?

A. किसानों की

B. तकनीक की

C. सरकारी कर्मचारियों की

D. उद्योगपतियों की

उत्तर: B

6. MNCs किस देश में अधिक निवेश करती हैं?

A. विकसित देशों में

B. विकासशील देशों में

C. अमीर देशों में

D. ठंडे देशों में

उत्तर: B

7. विदेशी व्यापार का एक प्रभाव है—

A. बाजार सिकुड़ना

B. बाजार सीमित होना

C. बाजार का विस्तार

D. व्यापार बंद होना

उत्तर: C

8. वैश्वीकरण का लाभ किसे नहीं मिलता?

A. उपभोक्ता

B. बड़ी कंपनियाँ

C. छोटे उद्योग

D. विदेशी कंपनियाँ

उत्तर: C

9. IMF का पूरा नाम है—

A. इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड

B. इंडियन मॉनिटरी फोर्स

C. इंटरनल मनी फंड

D. इंटरनेशनल मनी फ़्लो

उत्तर: A

10. औद्योगिक क्रांति किस देश में शुरू हुई?

A. फ्रांस

B. चीन

C. ब्रिटेन

D. भारत

उत्तर: C

11. वैश्वीकरण की शुरुआत किससे मानी जाती है?

A. औद्योगिक क्रांति

B. प्रथम विश्व युद्ध

C. कृषि क्रांति

D. हरित क्रांति

उत्तर: A

12. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ कई देशों में क्या करती हैं?

A. सिर्फ व्यापार

B. केवल उत्पादन

C. उत्पादन और व्यापार दोनों

D. केवल सेवा

उत्तर: C

13. महामंदी कब आई थी?

A. 1920

B. 1929

C. 1935

D. 1910

उत्तर: B

14. वैश्वीकरण ने सबसे अधिक किसे लाभ पहुंचाया?

A. छोटे किसान

B. MNCs

C. मजदूर

D. छोटे दुकानदार

उत्तर: B

15. निम्न में से कौन तकनीक का उदाहरण है?

A. बस

B. टेलीविजन

C. ऊँट गाड़ी

D. परंपरागत खेती

उत्तर: B

16. विदेशी निवेश को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

A. FTI

B. FDI

C. FII

D. FIT

उत्तर: B

17. भारत में वैश्वीकरण लाने का मुख्य कारण था—

A. जनसंख्या

B. आर्थिक संकट

C. गरीब लोग

D. विदेश यात्रा

उत्तर: B

18. WTO का उद्देश्य है—

A. व्यापार रोकना

B. युद्ध कराना

C. वैश्विक व्यापार बढ़ाना

D. अर्थव्यवस्था कमजोर करना

उत्तर: C

19. वैश्वीकरण से किसकी प्रतिस्पर्धा बढ़ी?

A. छोटे उद्योग

B. बड़ी कंपनियाँ

C. सरकारी दफ्तर

D. बस सेवाएँ

उत्तर: A

20. कौन सा क्षेत्र वैश्वीकरण से तेजी से बढ़ा?

A. IT सेक्टर

B. कृषि

C. मछली पालन

D. जल संसाधन

उत्तर: A

21. निम्न में से कौन भारतीय MNC है?

A. सैमसंग

B. नाइक

C. टाटा

D. कोका-कोला

उत्तर: C

22. विदेशी व्यापार का एक लाभ है—

A. सीमित बाजार

B. अधिक विकल्प

C. उत्पाद महंगे

D. बेरोजगारी

उत्तर: B

23. वैश्वीकरण की एक प्रमुख विशेषता है—

A. माल का सीमित प्रवाह

B. अंतरराष्ट्रीय व्यापार

C. आयात पर रोक

D. बाजार बंद

उत्तर: B

24. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ जहाँ चाहें वहाँ—

A. केवल सामान बेचती हैं

B. केवल मजदूर रखती हैं

C. उत्पादन और व्यापार करती हैं

D. केवल कच्चा माल लेती हैं

उत्तर: C

25. भारत में सूचना प्रौद्योगिकी का विकास किससे बढ़ा?

A. कृषि

B. वैश्वीकरण

C. शिक्षा

D. सेना

उत्तर: B

26. वैश्वीकरण का एक बड़ा नुकसान है—

A. कीमतें बढ़ना

B. छोटे उद्योगों का बंद होना

C. बाजार बढ़ना

D. उपभोक्ता संतुष्टि

उत्तर: B

27. WTO में सबसे अधिक शक्ति किसके पास है?

A. गरीब देशों के पास

B. विकसित देशों के पास

C. अफ्रीका के पास

D. एशिया के पास

उत्तर: B

28. इंटरनेट किसका उदाहरण है?

A. संचार तकनीक

B. कृषि तकनीक

C. कपड़ा तकनीक

D. खेल तकनीक

उत्तर: A

29. वैश्वीकरण का सबसे ज्यादा असर किस पर पड़ा?

A. औद्योगिक क्षेत्र

B. सेवा क्षेत्र

C. IT क्षेत्र

D. उपरोक्त सभी

उत्तर: D

30. भारत ने आर्थिक सुधार कब अपनाए?

A. 1990

B. 1991

C. 1993

D. 1995

उत्तर: B

31. IMF किस समस्या का समाधान करता है?

A. शिक्षा

B. मुद्रा संकट

C. खेती

D. सड़क

उत्तर: B

32. विश्व बैंक का काम है—

A. ऋण देना

B. वोट देना

C. सैनिक भेजना

D. देश चलाना

उत्तर: A

33. वैश्वीकरण में सबसे कम फायदा किसे हुआ?

A. उपभोक्ताओं को

B. MNCs को

C. छोटे किसानों को

D. बड़े व्यापारियों को

उत्तर: C

34. विदेशी व्यापार में क्या शामिल है?

A. आयात

B. निर्यात

C. व्यापार का प्रवाह

D. उपरोक्त सभी

उत्तर: D

35. किसने विश्व को ‘वैश्विक गाँव’ बनाया?

A. धीमी यात्रा

B. तकनीक

C. युद्ध

D. खेती

उत्तर: B

36. विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहाँ है?

A. वॉशिंगटन

B. जिनेवा

C. लंदन

D. टोक्यो

उत्तर: B

37. वैश्वीकरण की शुरुआत कहाँ से मानी जाती है?

A. यूरोप से

B. भारत से

C. चीन से

D. जापान से

उत्तर: A

38. MNCs किसे पसंद करती हैं?

A. अधिक मजदूरी

B. सस्ती श्रम

C. बड़ी दूरी

D. ग्रामीण क्षेत्र

उत्तर: B

39. उदारीकरण का अर्थ है—

A. व्यापार पर रोक

B. व्यापार खोलना

C. प्राइवेट कंपनियों को बंद करना

D. बाजार कम करना

उत्तर: B

40. विदेशी निवेश का एक प्रकार है—

A. घरेलू उत्पादन

B. FDI

C. सड़क निर्माण

D. डाक सेवा

उत्तर: Bवैश्वीकरण ने हमारे जीवन, अर्थव्यवस्था और समाज को एक नए युग में प्रवेश करवाया है। आज दुनिया का कोई भी देश अकेले आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि व्यापार, तकनीक, सूचना और संस्कृति एक-दूसरे से गहराई से जुड़ चुके हैं। इस अध्याय के माध्यम से हम समझते हैं कि वैश्वीकरण ने हमें अनेक अवसर दिए हैं—जैसे सस्ता और उन्नत सामान, रोजगार, आधुनिक तकनीक और बड़े बाज़ार। वहीं इसके साथ कई चुनौतियाँ भी आई हैं, जैसे छोटे उद्योगों पर दबाव, किसानों की समस्याएँ, और आर्थिक असमानता में वृद्धि। इसलिए वैश्वीकरण को समझना और उसे संतुलित तरीके से अपनाना बेहद जरूरी है। जब देश अपने हितों की रक्षा करते हुए दुनिया से जुड़े रहते हैं, तभी एक मजबूत और न्यायपूर्ण विश्व अर्थव्यवस्था का निर्माण संभव हो पाता है। यही संदेश इस अध्याय का मूल सार है।

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